डाकिया डाक लाया, डाक लाया
ख़ुशी का पयाम कहीं दर्दनाक लाया
डाकिया डाक लाया ...
इन्दर के भतीजे की साली की सगाई है
ओ आती पूरणमासी को क़रार पाई है
मामा आपको लेने आते मगर मजबूरी है
बच्चों समेत आना आपको ज़रूरी है
दादा तो अरे रे रे रे दादा तो गुज़र गए दादी बीमार है
नाना का भी तेरहवां आते सोमवार है
छोटे को प्यार देना बड़ों को नमस्कार
मेरी मजबूरी समझो कारड को तार
शादी का संदेसा तेरा है सोमनाथ लाया
डाकिया डाक लाया ...
ऐ डाकिया बाबू
क्या है री
छः महीना होई गवा ख़त नहीं लिखीं
बोल क्या लिखूँ
बस जल्दी से आने का लिख दे
बिरहा में कैसे-कैसे काटीं रतियां
सावन सुनाए बैरी भीगी-भीगी बतियां
अग्नि की जलन में जले बावरिया
ओ नौकरिया छोड़ के तू आ जाना सांवरिया
आजा रे सांवरिया आजा बैसाख आया
डाकिया डाक लाया ...
ख़ुशी का पयाम कहीं दर्दनाक लाया
डाकिया डाक लाया ...
इन्दर के भतीजे की साली की सगाई है
ओ आती पूरणमासी को क़रार पाई है
मामा आपको लेने आते मगर मजबूरी है
बच्चों समेत आना आपको ज़रूरी है
दादा तो अरे रे रे रे दादा तो गुज़र गए दादी बीमार है
नाना का भी तेरहवां आते सोमवार है
छोटे को प्यार देना बड़ों को नमस्कार
मेरी मजबूरी समझो कारड को तार
शादी का संदेसा तेरा है सोमनाथ लाया
डाकिया डाक लाया ...
ऐ डाकिया बाबू
क्या है री
छः महीना होई गवा ख़त नहीं लिखीं
बोल क्या लिखूँ
बस जल्दी से आने का लिख दे
बिरहा में कैसे-कैसे काटीं रतियां
सावन सुनाए बैरी भीगी-भीगी बतियां
अग्नि की जलन में जले बावरिया
ओ नौकरिया छोड़ के तू आ जाना सांवरिया
आजा रे सांवरिया आजा बैसाख आया
डाकिया डाक लाया ...
गीतकार- गुलजार
गायक- किशोर कुमार
संगीतकार- लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल
फिल्म- पलकों की छांव में (1977)