अब के बरस भी बीत न जाये
ये सावन की रातें
देख ले मेरी ये बेचैनी
और लिख दे दो बातें ...
ख़त लिख दे सांवरिया के नाम बाबू
कोरे कागज़ पे लिख दे सलाम बाबू
वो मान जाएंगे, पहचान जाएंगे
कैसे होती है सुबह से शाम बाबू
खत लिख दे ...
सारे वादे निकले झूठे
सामने हो तो कोई उनसे रूठे
ले गई बैरन शहर पिया को
राम करे कि ऐसी नौकरी छूटे
उन्हें जिसने बनाया गुलाम बाबू
कोरे कागज़ पे लिख दे सलाम बाबू
वो जान जाएंगे, पहचान जाएंगे
कैसे होती है सुबह से शाम बाबू
जब आएंगे सजना मेरे
खन खन खनकेंगे कंगना मेरे
पास गली में घर है मेरा
उस दिन तू भी आना अंगना मेरे
कुछ तुझको मैं दूंगी इनाम बाबू
कोरे कागज़ पे लिख दे सलाम बाबू
वो जान जाएंगे, पहचान जाएंगे
कैसे होती है सुबह से शाम बाबू
खत लिख दे ...
और बहुत कुछ है लिखवाना
कैसे बता दूं तुझे तू बेगाना
शर्म से आंखें झुक जाएंगी
धड़क उठेगा मोरा दिल दीवाना
बस आगे नहीं तेरा काम बाबू
कोरे कागज़ पे लिख दे सलाम बाबू
वो मान जाएंगे, पहचान जाएंगे
कैसे होती है सुबह से शाम बाबू
खत लिख दे...
गायक- आशा भोसले
गीतकार- आनंद बक्षी
संगीतकार- लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल
फिल्म- आए दिन बहार के
ये सावन की रातें
देख ले मेरी ये बेचैनी
और लिख दे दो बातें ...
ख़त लिख दे सांवरिया के नाम बाबू
कोरे कागज़ पे लिख दे सलाम बाबू

कैसे होती है सुबह से शाम बाबू
खत लिख दे ...
सारे वादे निकले झूठे
सामने हो तो कोई उनसे रूठे
ले गई बैरन शहर पिया को
राम करे कि ऐसी नौकरी छूटे
उन्हें जिसने बनाया गुलाम बाबू
कोरे कागज़ पे लिख दे सलाम बाबू
वो जान जाएंगे, पहचान जाएंगे
कैसे होती है सुबह से शाम बाबू
जब आएंगे सजना मेरे
खन खन खनकेंगे कंगना मेरे
पास गली में घर है मेरा
उस दिन तू भी आना अंगना मेरे
कुछ तुझको मैं दूंगी इनाम बाबू
कोरे कागज़ पे लिख दे सलाम बाबू
वो जान जाएंगे, पहचान जाएंगे
कैसे होती है सुबह से शाम बाबू
खत लिख दे ...
और बहुत कुछ है लिखवाना
कैसे बता दूं तुझे तू बेगाना
शर्म से आंखें झुक जाएंगी
धड़क उठेगा मोरा दिल दीवाना
बस आगे नहीं तेरा काम बाबू
कोरे कागज़ पे लिख दे सलाम बाबू
वो मान जाएंगे, पहचान जाएंगे
कैसे होती है सुबह से शाम बाबू
खत लिख दे...
गायक- आशा भोसले
गीतकार- आनंद बक्षी
संगीतकार- लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल
फिल्म- आए दिन बहार के